अकेला जो छोड़ा तुमने ए महादेव मुझे.. अश्रु बचे नहीं अब आंखों में.... तीर भी अगिनत आर पार कर गयी.. वो बिलखते रहे कितने किनारों पर... पर देखा मुझे तो मझधार डर गयी... नियत तेरी जरुर है मुझे कुछ और बनाने की इसलिए ये निर्लज्जगी मेरी मेरी असफलताओं से हर बार लड़ गयी. ©Ranjesh Singh #Shiva #Ranjesh #nojatohindi #Fate