गाँव में गौरी की पायल अब, शोर मचाती नहीं। #घुँघरू की आवाज़ गालियों में कँही से आती नहीं। #आख़िर_क्यों पुरानी यादें दिल से जाती नहीं। हमारी संस्कृति हमें शहरों में