आपकी क़लम को सलाम, लिखते हैं आप बिल्कुल कमाल, हृदयमन से सबका हौसला बढ़ाते हो, अपने अल्फाज से सबका मन रिझाते हो, इतनी सुंदर रचना जो रचाते हो। ईश्वर प्रगति दे आपकी क़लम को, कि ऊचाइयों को छू जाओ, हर पल हर क्षण आप सफलता के शिखर पर जाओ। ""यह मात्र शब्द नही मेरे अंतर्मन से निकले भाव है"" आपकी छोटी बहन के रूप में स्वीकारे🙏🙏🙏 #प्रशंसा Dedicating a #testimonial to pragati k. shrivastava