नजर नही आता के अब किधर जाऊँ मोहब्बत में टूट के मैं बिखर जाऊँ वो नही मिलेगा ये बेवफाओ का शहर है ऐ खालिद सोचता हूं घर वापस पलट जाऊँ उफ ये मोहब्बत ##चारों तरफ़ से आँखों ने घेरा डाला है, लेकिन वो है कि नज़र नहीं आता। #नज़रनहींआता #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi