हम उस तादाद में शामिल ही नहीं हम ज़रा हट के हैं सच्चाई से जीना ये फ़ितरत ही नहीं माँ-बाप की देन भी है फ़ुरसत में किसी को हँसा देना ये शौक ही नहीं महज़ सुकून भी है ज़िन्दगी से हारने का तज़ुर्बा है ही नहीं हर हालात को जीनेे की ख्वाईश जो है हम उस तादाद में शामिल ही नहीं हम ज़रा हट के हैं हम उस तादाद में शामिल ही नहीं हम ज़रा हट के हैं...😎 #yqdidi #yqhindipoetry #hindiwriters #तादाद #हटके_है #ज़िन्दगी #कविताyqdidi #हिंदी_कविता