वो भी क्या शाम थी जो वक्त लाया था हर लम्हें ने उस दिन को क्या खूब सजाया था देख कर तुम्हें मौसम मुस्कुराया था ये बात है उस ज़माने की जब ज़िंदगी ने तुम्हें हम से मिलाया था ©Prashant #वो_शाम