खूबसूरत है ये प्यार बहुत, मगर फिर भी तो गुनाह ही है। गलती नहीं किसी की, ये गुनाह सनम अपना ही है। इज़ाज़त नहीं हमें गर, उन्हें भी ये ख़ता मना ही है। हम ही नहीं बर्बाद यहाँ, वो भी तो कहीं तबाह ही है। मशहूर शायर निदा फ़ाज़ली ने ख़ूब कहा है- बेवफ़ा तुम न थे, हम न थे यूँ हुआ बस जुदा हो गए.. कभी-कभी ऐसा ही होता है कि ग़लती किसी की नहीं होती और परिणाम दोनों को भुगतना पड़ जाता है। #ग़लतीनहीं #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi