वो तेरा मेरे लिए लड़ जाना, वो हाथों में हाथ मिलाकर क़दम बढ़ाना वो बचपन की दोस्ती एक खूबसूरत एहसास है, हाँ मुझे मेरी वो दोस्ती याद है वो हर एक चीज मिल-बांट कर खाना, मुसीबत की घड़ी में साथ निभाना दूर होकर भी जो लगता है पास है, हाँ मुझे मेरी वो दोस्ती याद है वो रेस में साथ मिलकर दौड़ लगाना, कभी तेरा जीतना कभी मेरा हार जाना वो तेरी मेरी यारी भी कितनी ख़ास है, हाँ मुझे मेरी वो दोस्ती याद है वो लड़ाई हमारी वो रूठना मनाना, वो कभी तेरा मुझसे मिलने ना आना हाँ दिल में हो उठी फिर से मिलन की आस है, हाँ मुझे मेरी वो दोस्ती याद है 🎀 Challenge-283 #collabwithकोराकाग़ज़ 🎀 Happy Friendship Day 🎀 🎀 यह व्यक्तिगत रचना वाला विषय है। 🎀 कृपया अपनी रचना का Font छोटा रखिए ऐसा करने से वालपेपर खराब नहीं लगता और रचना भी अच्छी दिखती है।