ना हुस्न हूँ और ना ही शबाब हूँ ना मैं शौके नज़र का गुलाब हूँ ना भरम दिखाता कोई ख़्वाब हूँ ना हर्फ़ ना लफ्ज़ ना किताब हूँ मैं नशा हूँ ....रूह की शराब का मुझे इश्क़ के जुनून में ढूंढा करो, ~भास्कर ना हुस्न हूँ और ना ही शबाब हूँ ना मैं शौके नज़र का गुलाब हूँ ना भरम दिखाता कोई ख़्वाब हूँ ना हर्फ़ ना लफ्ज़ ना किताब हूँ मैं नशा हूँ ....रूह की शराब का मुझे इश्क़ के जुनून में ढूंढा करो, #भास्कर