चल तो दिये थे हम राह-ए-मोहब्बत मगर माफ करना सनम ना बढ सके मोहब्बत जीतने को बन्दिशें खौफ हैं ज़माने कि इश्क पर रसिया वरना दहलीज लांघ लेते तेरे इश्क में भींगने को ~ रसिया #NojotoQuote चल तो दिये थे हम राह-ए-मोहब्बत मगर#NojotoMrRasiyaShayari