इससे पहले की ये शाम हो जाए ऐ दिल बस ये आख़िरी काम हो जाए, तम्मनाओं के शहर में, जो आशियां बनाये रखे हैं इक इक कर सारे तमाम हो जाए इससे पहले की उनको ऊबन हो जाए इश्क़ हमारा सरेआम हो जाए, बुझा दे चरागे "रौशन" को .. की उनकी जिंदगी गुलफ़ाम हो जाए।। #शाम #गुलफ़ाम #जींदगी #रौशन #तम्मना #आशियां #यकबाबा #यकहिन्दी