होटों पर हल्की सी मुस्कान छा जाती है जब सुबह उठते ही तेरा ख्याल आता है रात को वहीं मुस्कान दर्द बन जाती है जब तू फोन पर अलविदा कहता है हम सोते ही इसलिए है कि तुझसे मिल सके जो है दूरियां उनको कम कर सके काश असल ज़िंदगी में भी ये दिन जल्दी आए जिससे मेरी आंखें तुझे देखकर थोड़ा सुकून पाए। Written by : Mohit Pal #meetingindreams #forlovedone #reality