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जो कहा था उस दिन हंसी-हंसी में मैंने वो मेरी सबसे

जो कहा था उस दिन 
हंसी-हंसी में मैंने
वो मेरी सबसे बड़ी सच्चाई थी
तुम नासमझ बने रहे 
तब भी और अब भी
यह रंगमंचीय कला तुमने
कहाँ से सीखी थी
भूल गए तुम
किरदार और स्वयं के अंतर को
खो उस चरित्र में तुमने
सच्चाई से आँखें मूँदी थीं
अब आ जाओ बाहर तुम
रंगमंच का मुखौटा उतार
देखो आँखें खोल तुम
रंगमंच के किरदार नही हम
जीते-जागते चेहरे हैं
दिखलाते सच रंगमंच पर
किन्तु अपना एक सच भी रखते हैं
उतार फेंको खोल अब बनावट का
वास्तविकता में आ जाओ
समझ लो उन बातों को
जो उस दिन मैंने 
हंसी-हंसी में बोली थीं
वो सब नाटक नहीं,एक हक़ीक़त थीं..!
Muनेश..Meरी✍️🌹

 OPEN FOR COLLAB 😁 #ATनाटकनहीं  • A Challenge by Aesthetic Thoughts! 💚  
 
आज विश्व रंगमंच दिवस है|🎭
तो इस चित्र को अपने मनमोहक शब्दों से सजाएं|

Transliteration: 
Vo naatak nahi haqeeqat thi 
(It wasn't a drama, but reality)
जो कहा था उस दिन 
हंसी-हंसी में मैंने
वो मेरी सबसे बड़ी सच्चाई थी
तुम नासमझ बने रहे 
तब भी और अब भी
यह रंगमंचीय कला तुमने
कहाँ से सीखी थी
भूल गए तुम
किरदार और स्वयं के अंतर को
खो उस चरित्र में तुमने
सच्चाई से आँखें मूँदी थीं
अब आ जाओ बाहर तुम
रंगमंच का मुखौटा उतार
देखो आँखें खोल तुम
रंगमंच के किरदार नही हम
जीते-जागते चेहरे हैं
दिखलाते सच रंगमंच पर
किन्तु अपना एक सच भी रखते हैं
उतार फेंको खोल अब बनावट का
वास्तविकता में आ जाओ
समझ लो उन बातों को
जो उस दिन मैंने 
हंसी-हंसी में बोली थीं
वो सब नाटक नहीं,एक हक़ीक़त थीं..!
Muनेश..Meरी✍️🌹

 OPEN FOR COLLAB 😁 #ATनाटकनहीं  • A Challenge by Aesthetic Thoughts! 💚  
 
आज विश्व रंगमंच दिवस है|🎭
तो इस चित्र को अपने मनमोहक शब्दों से सजाएं|

Transliteration: 
Vo naatak nahi haqeeqat thi 
(It wasn't a drama, but reality)