ता-उम्र साथ चलने के हम ख़्वाब देखते थे, आसमां पर नहीं, जमीं पर महताब देखते थे। अपना हमसफ़र, हमनशीं माना था हमने उसे, कुछ दूर चलकर जाना हम सराब देखते थे। ठिकाना समझते रहे हम जिस दिल को अपना, हम तो बस उस दिल पर लगा हिजाब देखते थे। ये सिर्फ़ सिलवटें नहीं, ज़िंदगी के बदले लिबास हैं, नादानी में जिसे हम मोहब्बत का बाब समझते थे। महताब - moon सराब - Illusion हिजाब - veil बाब - chapter, door #paidstory #yqbaba #yqdidi #yqurdu #lovehurts #smghazal #nazm #brokenheart