ओ नैनो के सरताज मुझे, तेरे हिस्सों का सार देना, है प्यार कठीन तेरे लिए तो, मुझको बस इंतज़ार देना। उद्यानों की महक न सही, कली की इक झलक तो, मेरे गुलशन ले कर सारे , कम से कम तो पतझार देना। घाव से भरा हृदय , जिजीविषा पर तेरी जीवित, कभी तो साँसों , प्राणों को, मेरे तुम थोड़ा उपचार देना। अंतर्मन में झाँक कर, चाहे तुम ये पूछ लो, नैनो में मै ढल जाऊ, ऐसा एक किरदार देना। तारो से हो ज्योत अधिक, मेरा हर एक चाँद प्रदान, रौशन होना तुम ऐसे चाहे, मुझको बस अंधकार देना। मृगतृष्णा के नज़रो से ही, निर्झर की एक पुकार मेरी, आँचल में लिपटे बूंदों को सितारों सा सवार देना। ऐ बीते कल की परछाई , फूलो से ख्वाब भी मुरझाए, जीवन न हो तो पंकज को, ए साथी तेरा किताब देना। •तेरा इंतज़ार• #yqbaba #yqdidi #bestofyourquotepoetry #a_u