उल्फतों के साए में उलझ कर बैठे हैं, कांटे है चारो तऱफ,हम खुद को जकड़ कर बैठे हैं। बात सच कह दो तो,रूठ अपने हीं जाते हैं हम बेवजह यहां बेदम से बैठे हैं! जिन्दगी का कुछ अता पता नहीं हैं हम खुद ही खुद से उखड़ कर बैठे हैं। सफर लम्बा है राह पथरीली है,फिर भी छाले पड़े पैरो को राह में मसल कर बैठे हैं! मिजाज गरम है थोड़ा,बाते बरदाश नहीं होती, मतलब ये नहीं की हम बेमुरौबत से होकर बैठे हैं। चलो मान लिया आज से खुद को बेलगाम ही सही हम बुद्धिमानों के बीच असभ्य होकर बैठे हैं..! ---#Yogini jaunpuri #Nojoto #nojotonews #life is really so critical your every activities have a lot of question #Life