इन्साफ इन्साफ की रट लगाए बैठे हैं, क्या है आख़िर ये इन्साफ? बस सुर्खियों में बने रहने की कोशिश और कुछ भी नहीं, भीख माँगने से भी कभी इन्साफ मिला है जो आज मिल जाएगा, और आवाज़ उठाने से भी क्या ही हो जाएगा छीनने से ही मिला है हमेशा इन्साफ आज तक। लड़कों को नैतिकता सिखानी होगी, लड़कियों को मज़बूत बनाना होगा, और जब हम मान लेंगे कि वो उसके नहीं सबके घर की बेटी है मान लेंगे कि वो एक घर की ज़िम्मेदारी नहीं, पूरी दुनिया की ज़िम्मेदारी है, उसको इस काबिल बनाए कि आगे चार भी हो, तब भी माथे पे शिक़न नहीं होगा, तब नई सुबह का आगाज़ होगा, और सही मायने में मिलेगा उस बेटी को इन्साफ। #इन्साफ #आगाज़ #सुर्खियों #मज़बूत #नैतिकता #ज़िम्मेदारी #yqhindi #bestyqhindiquotes