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जन्माष्टमी की शुभकामनाएंँ । कृष्ण पक्ष की अष्टमी

जन्माष्टमी की शुभकामनाएंँ । 

कृष्ण पक्ष की अष्टमी,भादो की वह रात।
लगता था मानो कभी,रुके नहीं बरसात।।

हवा उड़ाए जा रही,पानी की हर बूँद
   कालिंदी उफना रही,जैसे बनी समूँद।

कारागृह में कंस के,थीं देवकी  अचेत।
   नारायण के खेल में,पैरों सरकी रेत।

उठा टोकरी हाथ में,यमुना जी के पार 
  वसुदेव ले पहुँच गए,मित्र नंद के द्वार।

चतुर्मास के शयन में,भादो जन्म महान्
   शेषनाग शय्या उठे ,धरा धाम कल्याण।

राधा जी की वेदना, अविनाशी अभिराम
    राधा जी के नाम से,दौड़े आते श्याम।

ब्रजभूमि में छुपी हुई,राधा जी की छाप
    कण-कण में है गूँजता,बंशी का आलाप।

©Nisheeth pandey
  #janmashtami 
जन्माष्टमी की शुभकामनाएंँ । 

कृष्ण पक्ष की अष्टमी,भादो की वह रात।
लगता था मानो कभी,रुके नहीं बरसात।।

हवा उड़ाए जा रही,पानी की हर बूँद
   कालिंदी उफना रही,जैसे बनी समूँद।

#janmashtami जन्माष्टमी की शुभकामनाएंँ । कृष्ण पक्ष की अष्टमी,भादो की वह रात। लगता था मानो कभी,रुके नहीं बरसात।। हवा उड़ाए जा रही,पानी की हर बूँद कालिंदी उफना रही,जैसे बनी समूँद। #Butterfly #lovequotes #Teachersday #Remember #कविता #Ambitions #Likho #Streaks #merasheher #ManKeUjaale

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