उनके खामोश एहसानों को समझे कौन उनके प्यार को फर्ज कहदे तो उनके कर्ज को समझे कौन सुप्रभात। आप सभी को #पेरेंट्सडे अर्थात #मातापितादिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ। माता पिता के त्याग की महिमा लिखने चलें तो पोथियाँ कम पड़ जाएँ। हम इतना तो कर ही सकते हैं कि उनके स्वास्थ्य और सत्कार में कोई कमी न छोड़ें। #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #rakhijain