बढ़ते कलियुग की छाया में पाया असुरों ने फिर आकार, फिर काली का हो अवतार फिर काली का हो अवतार! सत्यभूमि अब बनी मरुस्थल झूठ की बढ़ रही पैदावार, फिर काली का हो अवतार फिर काली का हो अवतार! उत्सव, पर्व हुए बाजारू निर्धन हैं बेबस लाचार, फिर काली का हो अवतार फिर काली का हो अवतार! शोषित जन का आक्रोशित मन अब करे निरंतर यही पुकार, फिर काली का हो अवतार फिर काली का हो अवतार! !! फिर काली का हो अवतार !! #नवरात्रि #माँ_काली #aestheticthoughts #yqbaba #yqdidi #life #philosophy #inspiration Image Credit: Pinterest