सैलाब आंखों में समेटे मुस्कुरा दिया करते हैं दर्द कितना भी गहरा हो छुपा लिया करते हैं किसी की जिम्मेदारी नहीं खुद जिम्मेदार हैं वो अपनी कमायी से घर अपना चला लिया करते हैं... ©amisha # जिम्मेदार