कभी मोहब्बत में मशरूफ थे साहेब, आज मोहब्बत फिजूल हो गई हैं। शायद मोहब्बत कुछ भी नही आजकल, अपनी अपनी जरूरतों का खेल हो गई हैं। ©innocent_engineer #betrayal #innocent_engineer #Quotes #pune #Delhi #Love