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बिन कहे सब समझ जाते हो ग़मो की धूप में ठंडी छाँव बन

बिन कहे सब समझ जाते हो
ग़मो की धूप में ठंडी छाँव बन जाते हो
कितनी रातें सिर्फ रूखी रोटी खाकर सोये हो
मेरे दर्द में मेरे लिए कितना रोये हो 
मेरी हर ख़्वाहिश को पूरा करते जाते हो 
ईश्वर हो आप ही ख़ुदा मेरे❤️❤️
 बस नाम से पिता कहलाते हो🙂
#pendeep #FathersDay
बिन कहे सब समझ जाते हो
ग़मो की धूप में ठंडी छाँव बन जाते हो
कितनी रातें सिर्फ रूखी रोटी खाकर सोये हो
मेरे दर्द में मेरे लिए कितना रोये हो 
मेरी हर ख़्वाहिश को पूरा करते जाते हो 
ईश्वर हो आप ही ख़ुदा मेरे❤️❤️
 बस नाम से पिता कहलाते हो🙂
#pendeep #FathersDay
deeptiverma8563

Deepti Verma

New Creator