दिल ! तुम धड़कते क्यों नहीं, फिर कहीं किसी गली में भटकते क्यों नहीं, दिल ! तुम धड़कते क्यों नहीं. जिन्दा हो या मर गए, गलती से ही या कोई बड़ी गलती कर गए, कुछ अपनी कहते कुछ मेरी सुनते क्यों नहीं, दिल ! तुम धड़कते क्यों नहीं. अरमान अधूरा रह गया क्या कोई, तुझे भी पत्थर कर गया क्या कोई, उम्मीदों की बेशुमार बारिश कर गया क्या कोई, ख्वाहिशों की चरागें तुझमे अब जलते क्यों नहीं, दिल ! तुम धड़कते क्यों नहीं. #gif दिल ! तुम धड़कते क्यों नहीं