तेरा नाम अपने तकिए पर लिख दूं कुछ खत मे तेरी महक लिख दूं कुछ जज़्बातों का बवंडर लिख दूं तन्हाई के आलम के दर्द का पैगाम भेजूं फिर वक्त को हंसी सा इल्ज़ाम दे दूं जो तेरे पते पर जाने थे एहसास मे डुबे ख़त अब उसकी कोई अनजानी मंज़िल इख्तियार कर दूं। सुप्रभात लेखकों।😊 हमारे #rzhindi पोस्ट पर Collab करें और अपने शब्दों से अपने विचार व्यक्त करें । इस पोस्ट को हाईलाईट और शेयर करना न भूलें!😍 हमारे पिन किये गए पोस्ट को ज़रूर पढ़ें🥳