याराने हो या फसाने, कॉलेज के दिन वो पुराने। लड़किया फूल बनी फिरती, लड़के जैसे तितली। टीचर्स की मजाक बनाते, लेक्चर जैसे हो मेमेकरी। मेस के खाने से होकर परेशान, सबने निकाला एक समाधान। खायेगे मैगी दिन रात, चलो करे बॉयलर साफ । बदमासी से है हमारी शान, रूम पार्टनर है सबकी जान। पानी की होली खेलते , पैर पकड़ कर जमीन पर घसीटते। लड़कियों के भी पर निकल आई, सलवार कमीज से जींस में आई । चसमिस को भी देख होश उड़े, लेंस लगाए छोड़े तेल सड़े। असाइनमेंट के बोझ सह न पाते, भाइवा मे खाते डांटे। देखते देखते आए जूनियर , आया मजा रैगिंग लेकर। फेयरवेल में हुआ धमाल, आंसू ने दिखलाया कमाल। ©Sonali #college #collegelife #Engineering #Engineer #