माँ कभी डांटती है तो कभी उतने ही प्यार से मनाती है। कभी गुस्सा करती है तो कभी उससे ज्यादा प्यार लुटाती है। कभी झिड़क जाती है तो कभी उससे दोगुना हक जताती है। कभी डांटकर बहुत रुलाती है तो कभी खुलकर हसाती है। वो मां ही है जिसकी शख्सियत को आजतक कोई समझ नहीं पाया जो अपने बच्चे की भलाई के लिए कभी पत्थर तो कभी मोम बन जाती है।। ________________ @_miss_laad #माँ #निस्वार्थ_प्रेम #त्याग_समर्पण_प्रेम