मौसम के भी अपने फसाने हैं, किसी की मौज किसी के जनाजे हैं, ठिठुरती ठंड में कोई खुश,कोई सुर्ख लाल हुए जा रहा है, कोई है कही, जो गुमनाम हुए जा रहा है। ...✍️राघव ©Raghav Somendra #helpinghand #poorpeople