कश्मीर का लालच छोड़ो, फिर हमसे रिश्ता जोड़ो, वैसे भी कुछ न मिलेगा चाहे पत्थर से सिर फोड़ो, तुम किट पतंगों जैसे हम बाज दृष्टि रखते है. तुम सब भूखे नंगे हो, हम शत्रु रक्त चखते है. सोनू मिश्रा कश्मीर का लालच छोड़ो, फिर हमसे रिश्ता जोड़ो, वैसे भी कुछ न मिलेगा चाहे पत्थर से सिर फोड़ो, तुम किट पतंगों जैसे हम बाज दृष्टि रखते है. तुम सब भूखे नंगे हो, हम शत्रु रक्त चखते है.