उसके पास कई है तुझ जैसे ये बात कई बार समझाई है... पिछली बार कैसे टूटे थे वो कहानी कई बार दोहराई है... ये वादे ये कसमे छल है, दिखावा है ये बात समझ आ रही है मुझे, इस फरेबी पर्वत पर चढ़ तो आये है हम अब पीछे रास्ता बचा नही और आगे खाई है.... ©आवारा #awara #pratap_writes #sadShayari #selflove