ज़िन्दगी खुशनुमा तो पहले भी थी मेरी।।। बस जीने की वजह में एक तुम्हारे साथ का पल यादों के बसेरे में लिपट जाता अगर तुमने भी ढूंढा होता मुझे मेरे अश्कों की परछाईं में आसां पहले भी नहीं था ये दरिया ये वबंडर जो हर ज़र्रे ज़र्रे मै मुझे मेरे ना होने का अहसास कराया करते थे बस एक सुकून मिल जाया करता तेरी बाहों में खुद को फना कर जी भर रो लेने से अगर अगर तुम जान लेती मेरा बेवजह तुमसे रूठना यूं इस कदर अगर?????? मेरी कलम✍️✍️✍️ इस शब्द से जुड़ी एक दास्ताँ लिखें। #अगर #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #अगरतुम #यादें #yqbaba