अपनी राह बनाऊँ कैसे, मंज़िल अपनी पाऊँ कैसे । जीवन की जिम्मेदारियां, सही से मैं निभाऊँ कैसे ।। पग पग पर आफ़तें है, हर कोई परेशान है । ऐसे में मैं लोगों की, आफतें घटाऊँ कैसे ।। लोगों को उलझाये दुनिया, नित नई घड़ कहानियां, असली प्रश्न का हल ना पूछे, नासमझी कम कर पाऊँ कैसे ।।— % & सुप्रभात। अपनी राह पे आऊँ कैसे, अपनी राह बनाऊँ कैसे... #अपनीराह #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi