शीर्षक : #मैं_अब_भी_आजाद_नहीं नहीं खुशी जी आजादी की मुझको मैं सच कहता हूं। लाख बेड़ियों से जकड़ा सा कठिन गुलामी सहता हूं। कश्मीर जब अपना था , तो क्यों हक - अधिकार नहीं बचे। Quotes, Shayari, Story, Poem, Jokes, Memes On Gokahani