क्या किआ जो ऐसा आज पाया जिसबे हर शन्न मुझे जो न मिल पाया उसकी कमी का एहसास दिलाया अब तो बचा ही क्या है, बस मुस्कुराते रहो तेज़ बारिश मेर खड़े होकर अपने आंसुओं को छुपाते रहो ताकि कोई न समझ पाए की कितने गमो मि डूबा तुम्हारा आज है और इस अफ़सोस को छुपाते रहो की साली ये ज़िंदगी ही बकवास है ©Shamshukaka polupolu #Afsos #dukh #gam #zindgi #bekaar #writing