हर साल एक नया साल आता रहेगा, नई उम्मीदें व हौसलें, बुलंद रहेंगे नए लोगों से मिलने की तलब, चलतीं रहेगी, कुछ बेरंग-से ..लम्हें, पीछे-छूट से गए हैं, उनकों कागज़ की पोटली बनाकर, गंगा जी, में विसर्जन करें, पर जो रंग, अच्छे थे उनकों संजोग कर रखें (२)।। #daagachehn