White एक मैं हूं और साथ -- मेरा अतीत है मेरी तन्हाई में लिखे हुए कुछ गीत है वो भी दौर था हमारी मुफलिसी का आज हूं जो भी मेरी कलम की जीत है उनकी रूसवाईयो का ग़म नहीं है मुझको यही है दुनिया और यही इसकी रीत है रात ललचाई सी मुझको नहीं सोने देती ख्वाब में फिर से आने वाला मेरा मीत है यूं ही मिल जाये तो पुछेंगे उससे संजय सच बताना क्या अभी भी तुमको प्रीत है ©संजय श्रीवास्तव #rainy_season