कभी बेचैन सी आवाज़ दिल देता है धीमे से। कभी दिल थक सा जाता है बस इक जीने ही जीने से।। लिफ़ाफ़ा खोल कर देखो दिलों का, जब लगे फ़ुरसत, कई अरमान दिल के तह लगे होंगे करीने से। कई यादों की मुरझाई सी पंखुड़ियां भी देखोगे, कई वादों के पत्ते शुष्क, मुस्काएँगे धीरे से। कहीं मुस्कान बचपन की छिपी होगी ज़रा सहमी, कहीं कुछ शौक होंगें झांकते परतों के नीचे से। वो आंखों की चमक, बेबाकियाँ लहज़े की भी होंगी, उम्मीदेँ भी मिलेंगीं लिपटी इक काग़ज़ में झीने से। जो देखोगे तो सोचोगे है कितना कुछ अछूता सा, कभी ना मुड़ के भी देखा जिसे ले वक़्त जीने से। हर उस शै से है दिल भारी, इसे हल्का ज़रा करना, उठा लेना मुहब्बत से, लगा ही लेना सीने से। अंजलि राज #अंजलिउवाच #YQdidi #फ़ुरसत #यादें #वादे #दिल #लिफ़ाफ़ा #मोहब्बत