दो लम्हे बित जाएंगे, बिखर जाएंगे वो चलें जाएंगे तुम करती हो का प्यार बता ये दो ना मुझे तड़पते हैं तेरी सुरज सी चमकिली आंखो पे मरते हैं उस मुखड़े पे जिसे चांद भी देख सरमाजाऐ ,चल, आज ये हसीन लम्हे जिले सायद कल मिले या ना मिले। #pencilday