नीरव माल्या आदि भागें विदेश में तो काले धन वाले है अपने देश में कोई बैंक लुट कर है भागा तो निचोड़े जनता को नेता के भेष में हर समय गरीब ही मरा हैं रूपये वाले का सब सगा हैं गरीब तो है पैदल चले हवाई जहाज़ तो ऊपर से गया हैं ये गरीबी भी सब सिखाती हैं बगैर शीशे के चेहरा दिखाती हैं आंसु तो हम पौंछ लेते पर ग़रीबी दुःख में हंसना सिखाती हैं ,,, (कवि संदीप बाढ़ड़ा) #political