कई सालों के बाद मिला हूँ ख़ुद से अब चेहरे पर कोई नक़ाब नहीं चाहिए उसके साथ मैं ख़ुश था उसके बिना भी हूँ जिंदा मुझे अब किसी सवाल का जवाब नहीं चाहिए इश्क़ मोहब्बत जैसी बेकार बातो मे न उलझाओ मुझे दिल की खुशी के लिए कोई नया ख्वाब नही चाहिए जो भी नशा था प्यार का वो सब उतर गया मुझे ज़िन्दगी में अब और "खामोशी" का साथ नहीं चाहिए ©Rohan Mishra कई सालों के बाद मिला हूँ ख़ुद से अब चेहरे पर कोई नक़ाब नहीं चाहिए उसके साथ मैं ख़ुश था उसके बिना भी हूँ जिंदा मुझे अब किसी सवाल का जवाब नहीं चाहिए इश्क़ मोहब्बत जैसी बेकार बातो मे न उलझाओ मुझे दिल की खुशी के लिए कोई नया ख्वाब नही चाहिए जो भी नशा था प्यार का वो सब उतर गया मुझे ज़िन्दगी में अब और "खामोशी" का साथ नहीं चाहिए