अपना मुस्तकबिल तलाशने चली थी तेरी बाहों में, खुद को लुटाने चली थी तेरे लिए भरती आहों में, पर सच्चाई से उस दिनरूबरू हुई , जिस दिन अपने लिए प्यार नहीं ऐहसान देखा तेरी निगहाओं में, #NojotoQuote रंग प्यार के