मैं महादेव, मै नटराजा हूं, धरा,अंबर पर तांडव करता। मैं महाकाल,मै काल भैरव हूं। मैं दुखहर्ता मैं मंगलकर्ता। भूत प्रेत से प्यार गहन मेरा, मैं धूनी रमाने का शौकीन बहुत हूं। भांग धतूरा मैं विष पी जाता, निराकार मैं संपूर्ण जगत हूं। आदिशक्ति,महारौद्र भी मैं ही, मैं कैलाश का शिव भोला हूं। रौद्र रूप मेरा विकट भयंकर, मैं शांत ध्यान एक योगी हूं। ✍️Dheeraj kohli ©Er. Dhiru Kohli शिव भोला❤️ # #खुले जहां के आजाद मुसाफ़िर # #dhyan mira #Roshni Rajbhar