रिमझिम बरखा देखकर,हुआ आज अहसास। धोरां वाले देश में, आया सावन मास।। बैठी अब चुपचाप है, नटखट उड़ती धूल। किया नीर का आचमन, खिले हृदय में फूल।। बिना पात के ठूंठ की, बुझती दीखी प्यास। धोरां वाले देश में, आया सावन मास।। #बारिश #बारिश #बरखा #rain #सावन #nojoto #hindi