तेरा हाथ पकड़ कर अनजान रास्तों पर चलना था कभी गिरना ,कभी संभलना था नहीं मांगी थी जहां की खुशियां मैंने बस बरसात के मौसम में एक छतरी में चलना था Ek chatri me chalna tha 😊