हम ही को कातिल कहेंगी दुनियां, हमारा ही कत्ल ए आम होगा, हम ही कुवें खोदते फिरेंगे, हम ही पे पानी हराम होगा, अगर यहीं ज़हनियत रही तो, मुझे डर है के इस ज़मी पर, ना कोई अब्दुल हमीद होगा, ना कोई अब्दुल कलाम होगा.। #Delhi_Riots #मेरा_भारत हमी को कातिल कहेंगी दुनियां, हमारा ही कत्ल ए आम होगा, हम ही कूंवे खोदते फिरेंगे, हम ही पे पानी हराम होगा, अगर यहीं ज़हनियत रही तो,