Nojoto: Largest Storytelling Platform

मन भटका रहा है और भटक रहे हो तुम जो अभी बनी ही नही

मन भटका रहा है और भटक रहे हो तुम
जो अभी बनी ही नही वो राह ढूँढ रहे हो तुम
मज़बूर हो दिल से व्यर्थ की इच्छा पाल रहे हो तुम
क्यूँ उलझ रहे हो अनजाने-अनकहे इस रिश्ते में तुम...!
 दिल से नहीं दिमाग से काम लेना होता है...
मन भटका रहा है और भटक रहे हो तुम
जो अभी बनी ही नही वो राह ढूँढ रहे हो तुम
मज़बूर हो दिल से व्यर्थ की इच्छा पाल रहे हो तुम
क्यूँ उलझ रहे हो अनजाने-अनकहे इस रिश्ते में तुम...!
 दिल से नहीं दिमाग से काम लेना होता है...