सलीका क्या सीखाते हो हमें जिन्दगी जीने , हमसे ज्यादा अदब मे कोई रहता हो तो बात करो ! जिस दिन बेपरवाह होंगे उस दिन बात करने कि हिम्मत भी नहीं होगी तुम्हारी ! आज चुप हैं तो समझ लिया कमजोर हैं हम , कमजोर हैं पर इतने भी नहीं कि किसी के सामने झूक जाए ! खुद्दार हैं ,खुद्दार ही रहेंगें !! आज हसनाँ है तुझे ,जी भर के हसँले फिर कल किसी और की खुशी मे मुहँ फुलाए मत बैठना ! आज वक्त तेरा हैं कल दौर हमारा आएगा , तू भी भीड मे खडा होगा बस हमारी एक झलक के लिए !!… ~maani😘 my poetry on my strength