जीत जो भी मिली हार से ही मिली सूखते फूल से खिल रही हर कली जिसको समझा किसी काम का ही नही उसके बिन ज़िन्दगी फिर नही है चली ©Piyush Shukla जीत जो भी मिली हार से ही मिली सूखते फूल से खिल रही हर कली जिसको समझा किसी काम का ही नही उसके बिन ज़िन्दगी फिर नही है चली #whenIpendown #muktak