चरागे अमन की लव पर शबाब आयेगा सितम गरों पे यक़ीनन अजाब आयेगा कदम न पीछे हटाना अय वतन की शाहीनों तुम्हारे दम से नया इन्कलाब आयेगा #शाहीन बाग़