तेरे कंगन तेरे कंगन तुझको सजाती है या खनक कर मुझको बुलाती है। लिपटी सदा तेरी हाँथों में रहती है पर मेरी जिंदगी की सलामती चाहती है। लाल जोड़ें पे लाल चूड़ियाँ पहनती हो इश्क़ करने को मुझे लाचार कर देती है । प्यार से जब भी पकड़ता हूँ कलाई तेरी जलन से तेरी कंगन खुद ही टूट जाती है। Ram N Mandal Tere kangan tujhako sajati hai Ya khanak kar mujhako bulati hai. Lipati sada teri hanthon me rahti hai Par meri zindagi ki salamati chahati hai. Lal joden pe lal chudiyan pahanati hai Ishq karane ko mujhe lachar kar deti hai.